Sunday, September 29, 2019

जीविका की कहानी उसी की जुबानी - रोहित की कलम से

जीविका की कहानी उसी की जुबानी  


       
नमस्कार दोस्तों ,
                   पिछले  शनिवार को हमलोग जीविका ग्रुप से मिले एक दुसरे को जाने ! बहुत ही अच्छा लगा सबो से मिलकर ! जैसे की हम सब लोग जानते है , की हमारे गाँव या शहर से हमारे परिवार में से कोई न कोई जीविका ग्रुप से  जुड़े हुए  हैं  !
हमलोग भी जीविका केे बारे में कुछ न-कुछ जानते हैं , लेकिन अाज  हमने इसे  विस्तार से जानने के लिए जीविका का ही  एक सदस्य C.M रोशनी जी से कुछ बातचीत किये !  इनसे हुई बातचीत केे कुछ अंश आप लोगों के समक्ष प्रस्तुत कर रहा हूं !

मैं:  नमस्कार मैं रोहित मैं भी सोनाय का ही रहने वाला हूँ , मैं आपको जीविका में  जुड़े बहुत दिनों से देख रहा हूं ! आप इसके C.M  पद पर भी हैं ! मैं आपसे इसके बारे में कुछ  कुछ जानकारी जानना चाहता हूँ  और आपके  अनुभवों को जानना चाहता हूं !

C.M :  जी हाँ जरूर  क्यों नही, हम जहाँ तक इसके बारे में जानते है आपको जरुर बताएँगे !

मैं : पहले मैं यह जानना चाहूंगा की CM का क्या  कार्य है ? पहले अपने बारे में ही थोड़ा बता दीजिये !
CM: पहले मैं भी एक स द  ही  था , जो इस ग्रुप का जो CM था ! उसका कुछ दिनों से तबियत खराब चला रहा था , तो ग्रुप में दिक्कते होनी लगी इसलिए मुझे उनके स्थान पर चुना गया , तब से मै इसी पद पर हूँ ! 10 ग्रुप पर एक CM को चुना जाता है !  मेरा काम है , की हर  week में अलग - अलग समुह में बैठक कराना मैं इन दसो ग्रुप को सही से चलाऊ और भी लोगों को समुह में जोड़ कर कोशिश करूँ ! इसके अलावा कोई ऋण उठा केे देना ! खाता वही का हिसाब करना ऑफिस में इसके लिए meeting में जाना और भी  कुछ जिम्मेदारी का जो हमें करनी होती है !

मैं:    स्वयं  सहायता समूह क्या हैं ?
CM: स्वयं सहायता समूह महिलाओं का ऐसा समूह है जिससे  महिला  राशि का बचत कर खुद की  सहायता व अपने परिवारों का भरण - पोषण करें !  यह पंच सूत्रों से मिलकर बना है !( i) नियमित सप्ताहिक बैठक (ii) नियमित सप्ताहिक बचत (iii ) नियमित ऋण की मांग (iv ) नियमित  ऋण की वापसी ( v) नियमित लेखांकन ...सभी महिलाएं एकजुट होकर सशक्त हो सके , अपने परेशानियों को खुद निपटा सके ! इस समूह का उद्देश्य यही है कि हम सब महिलाएं एकजुट होकर अपना सहायता कर सकें !

मैं: इसमें  पुरुष क्यों नहीं शामिल हो सकते हैं सिर्फ महिला ही क्यों ?
CM:  (हंसते हुए कहती है ) देखिये ऐसे तो  ज्यादातर पुरुष घर में रहते नहीं है !  जो भी घर का देखभाल हिसाब -किताब  करना होता सब महिलाएं ही  करती है ,  और हम महिलाओं में बचत की भावना होती है ! जहां तक होता  हैं हम लोग बचत करने का बहुत कोशिश करते हैं !

मैं :  इस समूह कितने लोग शामिल हो सकते हैं ?
CM :   एक समूह में अधिकतम लोगों की संख्या 15 होती है लेकिन  कम से कम 10 से 12 लोग शामिल जरूर होनी चाहिए !

मैं : आपको समूह बनाने के लिए क्या - क्या करना पड़ता है?
CM: हमें समूह बनाने के लिए अपने गांव के महिलाओं से मिलना पड़ता है और उन्हें इसके बारे में बताना पड़ता है कि इससे हमें  बहुत  फायदा है  ,इससे हम  जुड़कर अपने राशि में बचत कर सकते हैं और भी कई फायदा उठा सकते हैं !

मैं : इस समूह में कौन - कौन से लोग शामिल हो सकते हैं ?
CM: इस समूह में 18 से ऊपर  वर्ष की महिलाएं और 60 वर्ष से नीचे तक की महिलाएं सिर्फ रह सकती है , इसमें गरीब  महिला और  जिसकी आय कम होती है वह शामिल हो सकते है ,  लेकिन आजकल तो सभी लोग इसमें शामिल हो रहे हैं !  जरूरत नहीं कि इसमें सिर्फ पढ़े-लिखे महिला ही शामिल हो सकती है ,  बस इन्हे इनकी कुछ जानकारी होनी चाहिए !

मैं: क्या इसमें आप लोगों की बैठक भी होती है अगर हां तो कब -  कब और कैसे  ?  इस बैठक में क्या-क्या बताया जाता है ?
CM:  जी हां इसमें बैठक होना बहुत ही जरूरी होता है ! क्योंकि इसका अधिकतर प्रक्रिया बैठक के समय ही होता है ! इस समूह का बैठक सप्ताह में एक बार होता है ,  यह C.M के द्वारा कराया जाता है !   सप्ताह के बैठक में ₹10 जमा करना होता है ,  खाता बही और बचत से संबंधित बातचीत भी होती है ! इसका एक और बैठक होती है ,जो महीने में एक बार होती है,  इसे हम V.O Meeting कहते हैं ! इस बैठक में जितने भी ग्रुप होते हैं , सब एक जगह शामिल होते हैं ! जैसे : इस गाँव में total 12 group है , इन बारहों को इस मीटिंग में शामिल होना  अनिवार्य होता ! इस मीटिंग में ऋण के अलावा और भी कई महत्वपूर्ण जानकारियां मिलती है !

मैं :  जहां तक हम सुने आपके अलावा इसमें और भी कई सदस्य शामिल होते हैं ,वो कौन - कौन होते हैं और उनका  कार्य क्या - क्या होता है ?
CM: हां इसमें मेरे अलावा ,  तीन और मुख्य सदस्य होते हैं !  अध्यक्ष कोषाध्यक्ष और सचिव !  अध्यक्ष का काम होता है खाता बही से संबंधित देखभाल करना ,  कोषाध्यक्ष का काम होता है पैसे का देखभाल करना  और सचिव का काम होता है ग्रुप में लोगों को बुलाना और इस पर  सही से कार्य करवाना !

मैं : इसमें आपके बहुत सारे खाता बही भी होते हैं उसमें आपका  क्या क्या कार्य होता है ?
CM: हां  इसमें   पांच पुस्तिकाए  होती हैं , ऋण पुस्तिका, कार्यवाही पुस्तिका ,लेन देन  पुस्तिका ,बचत पुस्तिका, खाता - बही  अन्य ! (इस इस खाता बहि के नाम से आप समझ रहे होंगे कि इसका क्या कार्य होता होगा )

मैं : इसमें खाता खुलवाने का क्या  प्रक्रिया है ? हम कौन कौन सा बैंक में खाता खुलवा सकते हैं ?
CM:  जहां तक मैं जानता हूं , हमारा ग्रुप का खाता बिहार ग्रामीण बैंक में खुला हुआ है ! और भी अन्य बैंको में खाता खुलवा सकते हैं लेकिन इसके बारे में मुझे जानकारी नहीं है !  खाता खुलवाने के लिए सबसे पहले  कम से कम 10 लोगों की जरूरत होती है ,  उनमें से तीन सदस्य को  अध्यक्ष कोषाध्यक्ष और सचिव  को चुना जाता है ,   और सब मिलकर ग्रुप का कोई नाम रखता है जैसे हमारा ग्रुप का नाम है शिव गुरु ग्रुप  खाता खुलवाने के समय इन तीनों सदस्य का फोटो document  और सिग्नेचर लगता है ,  या खाता किसी का पर्सनल खाता नहीं होता ! जब कभी इस से पैसे निकालने की जरूरत होती है तो इन तीनो सदस्यों का जरूरत होता है !

मैं : क्या इस समूह में आप के अध्यक्ष का और भी कोई नियम होते हैं !
CM:  हां इस समूह में  सदस्य और अध्यक्षों के कुछ नियम होते हैं ! सभी को समय पर बैठक बुलाना होता है !  जो ऋण  है उन्हें समय पर वापस करना होता है ! देर होने पर यह लोग ग्रुप मिलकर कुछ फाइन का भी  करते है , जैसे 5रु. या 10 रूपया  उन सदस्यों को देना आता है जो विलंब करते हैं !  अगर इस में से कोई एक लोग ऋण  नहीं पूरा कर पाए तो सभी सदस्यों को मिलकर इसे पूरा करना होता है ,  क्योंकि इस  समूह को हम सब मिलकर के चलाते हैं  न !  इस समय में तो सभी सदस्य नियम बनाते हैं उसे सभी को  मनना होता है ! अगर कोई सदस्य इस ग्रुप को छोड़ना चाहता तो उसने जो भी ऋण लिया उसे  ब्याज के साथ चुकता करना होता है  अथवा अगर वह नहीं लिए हैं   तो उनका जो भी पैसा निकलता है तो उन्हें खाते से निकाल कर दिया जाता है ! फिर  उन्हें आगे मिलने वाले लाभों से वंचित होना पड़ता है !

मैं : अच्छा, अगर हम फायदा पर बात करें तो इससे  जुड़कर आपको क्या लाभ मिल रहा है ?  क्या आप इससे संतुष्ट हैं ?
CM: हाँ , फायदा तो बहुत मिल रहा तभी तो  समूह से जुड़े हुए हैं ! पहले जब कभी  रुपयो की जरूरत होती थी , तो महाजन केे पास से 5 रु. या 10 रु.   सैकडे के हिसाब से ऋण लेना पड़ता था ! जो बहुत ही ज्यादा होता है ,  लेकिन हमे  इससे 1 रु.  ब्याज की दर से ऋण मिल जाता है , और  जैसे से पिछला ऋण चुकाते जाते है और भी ज्यादा ऋण मिलता है साथ ही साथ - RF:  इलाज के लिए अगर पैसा मिलता है ,तो उसका कोई ब्याज देना नही होता और PF के अलावा और भी अन्य लाभ मिलता है !

मैंने : क्या यह प्रगति पर है ? क्या सरकार इसे आगे बढ़ाने केे लिए  सहयोग कर रही है ? future में आप इसे कहाँ तक देखते है !
CM:  हां यह तो बहुत प्रगति पर है , ऐसे  तो यह एक गैर सरकारी संस्था है ! लेकिन महिलाओं का एकजुटता देखकर सरकार भी हम लोगों को बहुत  मदद कर रही है ! अभी हम हर जगह देख रहे हैं कि हर  महिला जीविका से जुड़ी हुई ,  भविष्य में या और भी आगे बढ़ेगा और हम लोग को बहुत मदद मिलेगी इससे !

मैं : क्या I-Sakham के बारे में आप कुछ सुने हैं !
CM: हाँ , मैं तो बराबर देखता हूं कि i- सक्षम के कुछ लोग आपके सेंटर पर आते रहते हैं ! मैं आपके PTM meeting में भी कई बार शामिल हो चूका हूँ ! इसलिए मुझे पता है इसके बारे में !

मैं : क्या आपको पता है , अब i- सक्षम आपके जिविका केे लिए शिक्षा पर कार्य कर रही है कुछ दिन पहले ही जमुई और  खैरा ब्लॉक केे  गांव से  एक- एक ट्यूटर का चुनाव किया गया और उन्हें पटना में एक  सप्ताह तक आवास में रख ट्रेनिंग दिया गया ! अब वे जमुई में रह कर  2 साल तक ट्रेनिंग करेंगे !  और साथ ही साथ वे अपने गांव के  सरकारी विद्यालय में  पढ़ाएंगे ! इसके लिए उन्हें जीविका तरफ से कुछ fee भी मिलेंगे !
CM: ये तो सच -मुच बहुत बड़ा  खुशखबरी है !  मुझे भी इसके बारे में कहा गया था , लेकिन मैं इन बातों को समझ नहीं पाया ! अगली बार जब कहेंगे तो मैं अपनी तरफ से भी एक tutor को देना चाहूंगा !


मैं : क्या इसके बारे में आप अपने तरफ से कुछ msg देना  चाहेंगे , आपके बातों को कुछ और लोग भी पढ़ रहे होंगे  !
 CM: मैं तो इतना ही कहना  चाहूंगा कि आप ही लोग बच्चे का भविष्य है ! जो भी माता है  एवं बहनें हैं  अपने बच्चे को जरुर  स्कूल भेजे ,  और सभी महिलाएं आपस में एकजुट होकर रहें !  जब हम लोग जागरूक होंगे तभी शिक्षा आगे बढ़ेगी !  धन्यवाद !!

मैं : आपका बहुत - बहुत  धन्यवाद रोशनी जी आपने हमें अपना कीमती समय निकालकर इन सब चीजों की जानकारी  बहुत ही अच्छे से दी !

(फिर हम बात - चीत को  समाप्त करते हैं और अपने अपने घर चले जाते हैं )

रोहित  i -Saksham  फ़ेलोशिप बैच दो में है. 

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