Friday, March 1, 2019

Sonam, i-Saksham fellow writes about her classroom experience for the day.




आज हमारा गणित और EVS का session था। इस session मे हुए खुद का बच्चो के experience को आप लोगो के साथ साझा करने जा रही हूँ।

सबसे पहले पाँच मिनट सफाई पर बात किए।  मैंने सभी बच्चे से पूछा कि कौन - कौन ऐसे है जो स्नान कर के आए है। 95℅ बच्चो ने हाथ उठाया। मुझे ऐसा लग रहा कि दिन प्रतिदिन बच्चे पहले कि अपेक्षा मे अब साफ रहने लगे हैं। [ यह संभव इस तरह हो पाया है कि मैने बच्चो को बोली कि यदि आप स्नान करके साफ सफाई मे नहीं आयेंगे तो मैं बैग लेकर पुनः आप को घर वापस भेज दूंगी।]

इसके बाद प्रार्थना (तू ही राम...) और राष्ट्रगान हुआ। बच्चे मुंगेर जिला का News paper पढ़े और मैंने सभी बच्चों  से इस से संबंधित कुछ प्रश्न पूछे। जैसे - आपके पंचायत का नाम क्या है?, आप कौन से जिला मे रहते है?...... 85℅ बच्चे अच्छे से बता पाए। सभी बच्चे कक्षा मे आए और उन्होंने Meditation के साथ गायत्री मंत्र और महामृत्युं जय मंत्र का उच्चारण किया।

गणित कक्षा की शुरुआत दिए गए होमर्वक पर बातचीत से हुई। बच्चे  बोर्ड पर चित्रो के माध्यम से यह सीख पाए कि कौन- कौन सी वस्तु ऐसी है जो एक दूसरे पर जम(टिक) पाती है और कौन - कौन सी वस्तु ऐसी है जो नहीं जम पाती। मैंने अभी दो से तीन उदाहरण बताया कि प्रारंभिक के एक बच्चे (नाम - सिध्दांत) बोले कि दीदीजी कुर्सी पर कुर्सी भी टिक सकता है। जो कि मुझे सुनकर काफी अच्छा लगा। फिर सभी बच्चो ने बताया। इसके बाद 2 - डिजिट और जोड़ के बच्चो को शंकु के आकार का क्या - क्या होता है उसे सोचकर लिखने बोले। जब मै कॉपी चेक की तो बच्चो ने काफी हद तक सोचकर लिख पाए। उस समय मुझे अच्छा feel हुआ। फिर मैंने प्रारंभिक के बच्चो को मोती और माचिस की तिल्लिया से बच्चो को 10 - 15 तक की पहचान करायी।


   
           EVS की शुरूहात भी पिछली कक्षा पर बातचीत से हुई। EVS मे शिर्षक "हमारा शरीर" मे आज बच्चो ने हाथ के कार्य के महत्व को चित्रो के माध्यम से जाना। इसके बाद हाथो से संबंधित एक गतिविधि किए। गतिविधि का नाम था, "हमारा साफ दिखने वाला हाथ भी गंदा है।" एक ग्लास पानी और एक प्लेट लाए। सभी बच्चो ने पूछने लगे कि क्या कीजिएगा। फिर मैने सभी बच्चे से पूछे कि किसका - किसका हाथ साफ है लगभग बच्चो ने अपना हाथ उठाया। फिर मैंने उन्हीं उन्हीं बच्चो को बुलाकर प्लेट मे हाथ धुलाया। सभी ने ध्यानपूर्वक देखने लगे।

बच्चे EVS मे हाथ से संबंधित Activity (साफ दिखने वाला हमारा हाथ भी गंदा है) करते हुए।



जब पानी गंदा हुआ तब बच्चों की समझ मे आया और बोल पड़े कि इस लिए खाने से पहले हाथ धो के खाना चाहिए। तब मै बोली हाँ! बच्चे इस  गतिविधि को करके खुश थे। आज मुझे यह देखने को मिला कि बच्चो मे किसी प्रकार की भेदभाव की भावना नहीं है जब मै गंदे पानी को बाहर फेकने बोली तो बच्चो ने बहुत ही उत्साह से फेके और धोकर रख दिए। जो मुझे और भी अच्छा लगा।

धन्यवाद.........