विश्व स्वास्थ्य दिवस, 7 अप्रैल 2023 के मौके पर आई सक्षम में भी स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता को लेकर ऑनलाइन आयोजन किए गए। विश्व स्वास्थ्य दिवस 2023 की थीम "सभी के लिए स्वास्थ्य" है। इस विषय के साथ, डब्ल्यूएचओ पिछले सात दशकों में जीवन की गुणवत्ता में सुधार करने में मदद करने वाली सार्वजनिक स्वास्थ्य सफलताओं को देखने का अवसर प्रदान करता है।
इस मौके पर हमारी बड्डी एक्जीक्यूटिव तानिया ने अपने ऑनलाइन सेशन का अनुभव साझा किया है। वे लिखती हैं
Edu leaders के साथ चर्चा
दोस्तों, आज विश्व स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर हमने edu-leaders के साथ साथ बच्चों के स्वास्थ्य और लड़कियों के स्वास्थ्य के बारे में भी बात की, जिसमें बच्चों के स्वास्थ्य की समस्या सबसे बड़ी समस्या के रूप में निकल कर सामने आई।
बच्चों में ज्यादातर पेट दर्द, निमोनिया और बुखार की समस्या देखी गई, जिसका कारण edu-leaders ने बताया कि बच्चे काफी ज्यादा जंक फूड खाते हैं और साफ़-सफ़ाई का पालन नहीं करते। यही कारण है कि उन्हें संक्रमण की समस्या रहती है।
साथ ही 0-5 वर्ष के बच्चों में संक्रमण के कारण निमोनिया होने का खतरा ज्यादा होता है। साथ ही बच्चे की माँ भी अपना ख्याल नहीं रखती इसलिए वे दोनों शारीरिक रूप से कमजोर हो जाते हैं।
इसमें edu-leaders ने कहा, "हम बच्चों और उनके अभिभावक को पौष्टिक आहार के प्रति जागरूक करेंगे। साथ ही साफ सफाई के बारे में भी बताएंगे।"
बीएमआई के बारे में जानकारी
मैंने कल बीएमआई मतलब बॉडी मास इंडेक्स के डाटा को देखा। वहां मैंने पाया कि 93 लड़कियों व महिलाओं में 48 लडकियां ऐसी है, जिनका वजन उनके उम्र के हिसाब से नहीं है , मतलब वे अंडरवेट है।
मैंने इस आंकड़े को रखते हुए जब सेशन में बात की। मेरा सवाल था, लड़कियों में ज्यादातर कम वजन होने की समस्या क्यों है? बातचीत में उन्होंने बताया कि सबसे बड़ी समस्या गुस्सा होना, खाना समय पर न खाना और तनाव लेना है।
भोजन और गुस्सा अलग
edu-leaders बता रहीं थीं के जब वो गुस्सा होती है, तो खाना खाना ही छोड़ देती है। अधिकांश लड़कियों का यही मानना था। मैं अपनी बात कहूँ तो कभी-कभी मैं भी ऐसा करती हूँ क्योंकि कभी कभी समय के अभाव में खाना छूट जाता है।
इस विषय पर edu-leaders का सुझाव रहा कि साथ में हमेशा अंकुरित मूंग, चना रखा जाना चाहिए। कुछ मौसमी फलों को भी रखा जा सकता है। हालांकि भोजन और तनाव पर ज्यादा बातचीत नहीं हो पाई।
सबने ली स्वास्थ्य की शपथ
आज सभी edu-leaders ने मिलकर शपथ लिया कि वे समय पर खाना खाएंगे और गुस्सा आने पर जिस वजह से गुस्सा आ रहा है, उस बारे में किसी से बात करेंगे या अपने आपको शांत करने का प्रयास करेंगे।
मैं इस दिवस पर इतना कहना चाहूंगी हम सबको अपने स्वास्थ्य पर ध्यान देना चाहिए क्योंकि "हम हैं, तो सब कुछ है और हम नहीं तो कुछ भी नहीं है।" "जितना जरुरी इस दुनिया के काम या लोग हैं, उतना ही जरुरी।हमारा शरीर भी है इसलिए खुद को शरीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ रखें।"
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