मैं कोमल, बैच 8 की एडुलीडर हूं l आज मैं मध्य विद्यालय सैफगंज में हुए कलस्टर बैठक का अनुभव साझा करने जा रही हूं।हर बार की तरह इस बार भी सभी साथी समय से पहुंच गए थे, जिससे बैठक अपने निर्धारित समय से शुरु हो गई। बैठक की शुरुआत मेडिटेशन से की गई, जिसमें सुधा दीदी ने काफी अच्छे से मेडिटेशन करवाया। उसके बाद पिछले महीने हुए कलस्टर बैठक के एजेंडा पर बातचीत की गई, जिसमें कुछ बातें निकालकर सामने आईं, जैसे- कोई भी साथी अपने पसंद का कोई गेम करा सकते हैं, बालगीत करा सकते हैं एवं गतिविधि करवा सकेंगे।
पिछले बैठक पर बात विमर्श करने के बाद इस बार के एजेंडा पर बात शुरु हुई। इस दौरान कुछ महत्वपूर्ण चीजें सामने निकल कर आईंस जैसे- सभी स्कूल में एग्जाम खत्म हो गए हैं और बच्चे दूसरे क्लास में चले जाएंगे इसलिए बच्चों का नामांकन करवाना सबकी प्राथमिकता होनी चाहिए।
हर काम का उद्देश्य तय
जैसा कि हर काम को करने के पीछे कोई ना कोई उद्देश्य होता है, और उद्देश्य तब ही पूरे होते हैं, जब हम इसके लिए कोई निश्चित तारीख तय करें और अपना लक्ष्य निर्धारित करके कार्य करें। इसके लिए हमारा लक्ष्य 30 अप्रैल 2023 तक रखा गया है कि लगभग 120 बच्चों का नामांकन विद्यालय में करवाया जाएगा।
अपने उद्देश्य और लक्ष्य की पूर्ति के लिए हमने कार्य की रुपरेखा भी तैयार की है, जिसे एक्शन प्लान भी कहा जाता है। प्रत्येक एडुलीडर कम से कम 10 बच्चों का नामांकन करवाएंगे। इसके लिए वे अपने अपने गांव की महिलाओं से मिलकर उनके बच्चों के नामांकन की स्थिति का जायजा लेंगे और नामांकन की प्रक्रिया को आगे बढ़ाएंगे। उसके बाद हम लोगों ने एक बहुत ही मजेदार खेल खेला और उस खेल का नाम पास द बॉल था।
कलस्टर बैठक के अंत में खेल द्वारा माहौल को हल्का करने की कोशिश की गई ताकि किसी भी एडुलीडर को काम का तनाव ना हो और वे अपने लक्ष्य के प्रति और सकारात्मक तरह से कार्य सकें।
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