फ़ेलोशिप का आठवां बैच
गया जिले में मोबिलाइजेशन सितम्बर माह में शुरू हुआ था। सितम्बर के अंतिम सप्ताह में ही जिले के ग्रामीण क्षेत्रों से एडु-लीडर्स को चुना गया। जिसमें 80% एडु-लीडर्स पिछड़े क्षेत्रों से हैं। ग्रामीण जनों से जानने पर पता चला कि वहाँ के लोग अपने बच्चों को शिक्षित तो करना चाहते है, पर शिक्षा का स्तर बहुत अच्छा नहीं पाते हैं। हमारे नए एडु-लीडर्स जिन क्षेत्रों से आते हैं, उनके नाम कुछ इस प्रकार हैं– वाजितपुर, सैफगंज, चौगाई, साँवकला, झरी आदि।
बैच 8 की फ़ेलोशिप में कुल 17 युवा लड़कियों को चुना गया, और एक युवक भी चुना गया है। एडू-लीडर्स के साथ 5 दिनों (17 सितम्बर से 1अक्टूबर तक) का इंडक्शन हुआ जिसमें अनेकों गतिविधिओं के माध्यम से प्रशिक्षण दिया गया।
एडु-लीडर का कहना:
इस प्रकार का मौका मुझे पहली बार मिला है। हमारे यहाँ पर, लड़कियों को घर से बाहर जाने देने के मौके ना के बराबर ही होते हैं। मै पाँच दिनों तक घर के बाहर रहकर ट्रेनिंग कर रही हूँ, यह मेरे लिए बहुत बड़ी बात है।
इन पाँच दिनों में मैं अपनी बातों को खुलकर टीम के लोगो के सामने रख पायी। यहाँ आकर एक-दूसरे को जानने का मौका मिला। मेरे साथियों की बातों से मुझे प्रेरणा मिली है। मेरे अन्दर एक नयी उम्माद जग पायी, कि अभी देर नहीं हुई है, मैं अब भी कुछ कर सकती हूँ।
सोहानी परवीन
बैच-8
चांदपुर, ब्लाक- बांके बाज़ार, गया
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