बंद सामुदायिक पुस्तकालय, पुनः संचालित
इस बात को कृतार्थ करते हुए, दौलतपुर के क्लस्टर 'सपनों की उड़ान' ने एक बंद पड़े सामुदायिक लाइब्रेरी का पुनः संचालन कर साबित किया है।
एडु-लीडर्स का क्लस्टर महिलाओं का ऐसा समूह है, जो समाज में 'Voice and choice for every woman' को प्रमोट करता है। क्लस्टर का कार्य स्थानीय समस्या का चुनाव कर उसके लिए प्रत्येक महीने छोटे-छोटे लक्ष्य बनाकर संगठित होकर काम करना है और समाज में सकारात्मक बदलाव लाना है। जमुई, मुंगेर, मुजफ्फरपुर, गया और बेगूसराय में हमारी संस्था के करीब 30 से ज्यादा ऐसे क्लस्टर समूह हैं।
‘सपनों की उड़ान’ क्लस्टर ने दौलतपुर के पंचायत प्रतिनिधियों से मिलकर, एक पुस्तकालय का पुनः सञ्चालन करवाया। इस कार्य में वहाँ के वार्ड मेंबर और स्थानीय लोगों का काफी सहयोग मिला। अब इसके उपयोग के लिए लोग तैयार हैं। इसका मुख्य उद्देश्य स्थानीय महिलाओं को एक साधन भी मुहैया कराना था, जिससे उन्हे पढ़ने में सहयोग मिल सके।
सोचने योग्य:
अक्सर गाँव में आपको एक बंद पड़ा भवन मिल जाएगा। जिसे लोग पुस्तकालय के नाम से जानते होंगें। इस भवन का निर्माण किसी ने एक शिक्षित समाज का सपना देखते हुए किया होगा। हमारा प्रयास ऐसे ही भवनों को फिर से ज्ञान की पूँजी बढ़ाने का स्त्रोत बनाना है। जिससे एक शिक्षित समाज का भी निर्माण हो सके। लेकिन यह धीरे-धीरे निजी कार्यों या फिर समाज के अन्य कार्यों के प्रयोग में आने लगा और इसके मुख्य कार्य से ये पूर्ण रूप से वंचित होता चला गया। आज ऐसी सुविधाओं के लिए लोग शहरों के तरफ कूच कर रहे हैं।
यह हमारा पहला प्रयास था। हम ऐसे और प्रयास करने के लिए तैयार हैं।
अमन प्रताप सिंह
मेंटर, जमुई
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