Monday, May 13, 2024

नौवीं कक्षा की गुड़िया की शादी होने से रुकवायी

कुछ दिनों पहले मेरे मामा जी की बेटी ‘गुड़िया’ जो नौवीं कक्षा में पढ़ती है, वो हमारे घर आई थी। उसकी उम्र अभी 16 साल ही है तो वो अपनी दादी के साथ यहाँ आई थी।  

मेरे ही गाँव के एक बुजुर्ग को गुड़िया अपने लड़के के लिए पसंद आ गयी। वो लड़का डिवोर्सी था। उन्होंने हमारे घर उसके लिए रिश्ता भिजवा दिया और साथ में बोला कि हम लोग दहेज में कुछ नहीं लेंगें। कोई शगुन तिलक नहीं और ना ही कोई सामान।

यह सुनकर सब लोग उसकी शादी के लिए ऐसे खुश होने लगे, मानो कितना एहसान किया हो। घरवाले बोल रहे थे कि गुड़िया के तो जैसे भाग ही खुल गए। और सब लोग शादी के लिए मान भी गए।



मुझे यह सब कुछ ठीक नहीं लगा तो मैंने अपनी मम्मी से बात करना सही समझा। मम्मी ने मुझे डाँटते हुए कहा कि तुम अभी छोटी हो। 


तुम इन सब बातों में मत पड़ो!

तुम्हें दुनियादारी की समझ कहाँ हैं। ऐसे रिश्ते बार-बार नहीं आते हैं। उनकी एक भी माँग नहीं है। फिर मैंने उन्हें समझाया कि गुड़िया अभी पढ़ ही रही है। उसकी उम्र भी शादी करने की नहीं है।


मम्मी ने यह बात मामा जी को बताई। परन्तु मामा नहीं माने। 


फिर मैंने मामा से बात की। उन्हें सब बताया कि वो लड़का कैसा है? शराब पीकर, गाली-गलोच करता है और अपनी पहली पत्नी के साथ मारपीट भी करता था। इसी कारण तो उनका डिवोर्स हुआ था। उसकी पत्नी तो चली गयी वो अभी भी यही सब करता है। 

क्या आप चाहते हैं कि गुड़िया के साथ ऐसा हो? 

अभी गुड़िया की उम्र भी नहीं है शादी की। उसे पढ़ने दीजिये। पढ़-लिख कर कुछ अच्छा करेगी तो तो रिश्ते अपने आप आयेंगें। 

वो मेरी बात मान गए और उन्होंने कहा कि गुडिया अभी आगे की पढ़ाई पूरी करेगी। यह रिश्ता यहीं पर रुक गया और मैं इसे रुकवा कर बहुत खुश महसूस कर रही थी।


सानिया

बैच-10, मुज़फ्फरपुर


No comments:

Post a Comment