जब मैं PTM कराने के लिए अपनी कम्युनिटी में गयी तो अभिभावक कहने लगे कि उनके पास मीटिंग ज्वाइन करने का समय नहीं है। मैंने उनसे बात करके जाना कि उन्हें समय कब मिलेगा? तो उन्होंने शाम का समय दिया। इसलिए हमने शाम चार बजे की ही मीटिंग रखी।
मैंने 14 अभिभावकों को PTM के लिए आमंत्रित किया। शाम को 11 अभिभावक मीटिंग में शामिल हुई। हमने उन्हें PTM के बारे में जागरूक किया। सभी को उनके बच्चे की प्रोग्रेस बतायी। अभिभावकों का कहना था कि जो आप हमारे बच्चों को पढ़ाते हैं वो बच्चे घर आकर हमारे साथ साझा करते हैं। जिसे सुनकर मुझे ख़ुशी हुई।
इस PTM का उद्देश्य इन अभिभावकों को शिक्षा के प्रति जागरुक करना था तथा जो अभिभावक पढ़ना चाहते हैं, जैसे- हिंदी सीखना, हस्ताक्षर करना आदि। उन्हें एक जगह भी लाना था। इसकी शुरुआत हमने आज से ही की। सभी महिलाओं को हस्ताक्षर करना सिखाया।
जो अभिभावक नहीं आये थे, मीटिंग के बाद हम उनके घर उनसे कारण जानने गए। सभी ने कुछ न कुछ कारण बताया और कहा कि अगली बार पक्का आयेंगें।
रुमाना परवीन
बैच- 10, गया
No comments:
Post a Comment