Monday, February 27, 2023

आयुषः कलस्टर मीटिंग में दिखाए गए वीडियो से समझ हुई मजबूत, एक्टिविटी लाइब्रेरी का रखा गया लक्ष्य

बच्चों की शिक्षा के प्रति जागरुक करने एवं बच्चियों के स्कूल में नामांकन एवं उपस्थिति को बढ़ाने के लिए कई तरह के कदम उठाए जा रहे हैं, जिसमें से एक माध्यम कलस्टर मीटिंग भी है। आज आयुष अपना अनुभव साझा करते हुए बता रहे हैं कि उन्होंने कलस्टर मीटिंग के जरिए क्या कुछ अनुभव प्राप्त किया। 

मेरा नाम आयुष आनंद है। मुझे आज आज़ीमगंज पंचायत गांव (इनरवाटांड़) में क्लस्टर मीटिंग में शामिल होने का सुनहरा मौका मिला। उस मीटिंग में मेरा जो अनुभव रहा, और मीटिंग में हमलोगों ने क्या-क्या सीखा, यह आप सभी के साथ साझा कर रहा हूं। 

छोटी गिलहरी ने दी सीख 

आज सबसे पहले हम लोगों ने एक वीडियो देखा, जिसमें हम लोगों को "सोचने का मौका मिला" कि  वीडियो से हमें क्या शिक्षा मिल रही है और इससे हम खुद को कैसे जोड़ पा रहे हैं। इस वीडियो में हमने देखा कि कैसे गिलहरी सब मिलकर बड़ी मेहनत से एक गाछ से अनार तोड़ने में सफल हुई थी, जिस अनार को एक गिद्ध लेकर भाग रही थी। 

इस वीडियो को देख कर यह शिक्षा मिली कि यदि हम एक साथ रहें, तो हम बड़ी -बड़ी मुश्किलों का सामना कर सकते हैं। कुछ साथियों ने बताया कि कॉलेज में या लोगों के सामने हमको डर लगता है लेकिन जब सब साथ-साथ बोलते हैं, या फिर एक साथ किसी काम को पूरा करते हैं, तो हमें हिम्मत मिलती है।

बच्चों को स्कूल से जोड़ना लक्ष्य 

उसके बाद हमलोगों ने कम्युनिटी पर भी चर्चा की। कैसे हम लोग बच्चों को स्कूल से जोड़ें कि सभी बच्चे स्कूल जाएं। मेरे क्लस्टर के साथी कुछ दिन पहले वैसे बच्चों की तलाश में भी गए थे ताकि बच्चों का नामांकन स्कूल में करवाया जा सके। घूमते -घूमते एक जगह तीन अभिभावक भी मिले और उनके बच्चे भी वहीं थे। हमारे साथी उन्हीं बच्चों के साथ गतिविधि करने लगे। 

उसी रास्ते में कई अभिभावक कचिया एवं कुल्हाड़ी लिए जंगल के रास्ते लकड़ी काटने जा रहे थे। अभिभावकों ने भी उन लोगों को देख लगभग 1 घंटे रुककर अपनी बच्चों के बारे में समस्याएं रखीं और अंत तक लगभग 17 अभिभावाक रुके और बच्चों के साथ गतिविधियों में शामिल भी हुए। उसके बाद हम लोगों ने‌ एक लक्ष्य रखा कि 31 मार्च तक 3 बार वैसे 45 बच्चों से एक्टिविटी लाइब्रेरी के माध्यम से जोड़ेंगे जो कि किसी वजह से स्कूल नहीं जाते हैं।

बढ़ते कदम और नयी सीख

हमलोगों ने बढ़ते कदम पर बात की। स्वयं के लिए लक्ष्य कैसे निर्धारित करें, लक्ष्य पर विजय प्राप्त करने के लिए तो मैंने योजना भी बनाई है। अपने लिए योजनाबद्ध तरीके से बनाए गए लक्ष्य थे। इस महीने के लिए लोगों के साथ साझा किया। सभी ने अपनी भागीदारी सही तरीके से निभाते हुए अपनी स्मार्ट गोल सभी साथियों ने रखा। जैसे - जीवन में निर्णय स्वयं ले पाना, हर दिन अपना कार्य को नोट कर पाना, समय का महत्व देना और अपने आपको स्वस्थ रखना इत्यादि।

कुल मिलाकर देखें तो कलस्टर मीटिंग से कई चीजें सामने आईं और संवाद का एक बेहतर माध्यम स्थापित हो पाया। अभिभावकों ने हमारी पहल को गंभीरता से लेते हुए एक्टिविटी में बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया, जो हमारी लिए काफी उत्साहित करने वाला था। 


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