Sunday, February 19, 2023

किरणः टीम के सहयोग और अपनी लगन के बल पर मैंने हासिल किया अपना लक्ष्य

हमारे एडुलीडर ना केवल बदलाव की नई कहानियां गढ़ रहे हैं बल्कि राह में आने वाले संघर्षों को भी कम करना सीख रहे हैं, जिसमें से एक उदाहरण- किरण कुमारी का आप सबके सामने प्रस्तुत है। वे लिखती हैं- 


मेरा नाम किरण कुमारी है। मैं महगामा पंचायत से एक छोटा सा अनुभव साझा कर रही हूं। आज महगामा पंचायत की बच्चों के बारे में बातचीत कि तो कुछ ऐसे बच्चे ऐसे थे, जिसका नाम पहले से ही स्कूल में नामांकित था तो मैंने प्रिंसिपल से बातचीत कि तो उन्होंने कहा कि आप कौन हैं और कहा से आईं हैं, तो मैंने अपना परिचय देते हुए कहा कि मैं भी इसी पंचायत की रहने वाली हूं और बच्चों के नामांकन के सिलसिल में जानकारी प्राप्त करने आईं हूं। 

मेरे इतना कहने के बाद प्रिंसिपल सर ने थोड़ी-बहुत अन्य जानकारियां ली। मुझे लगा कि वे अपनी तरफ से पूरी तरह साफ होना चाहते हैं इसलिए मैंने भी धैर्यपूर्वक उन्हें सारी बातें बताईं। इसके बाद मैंने उनसे फिर नामांकन के सिलसिले में बात की, तो उन्होंने बताया कि ऐसे कई बच्चे गांव में हैं, जो स्कूल नहीं आते और कई बच्चों का नामांकन भी नहीं हुआ है। 

रजिस्टर से नोट की महत्वपूर्ण जानकारी 

इसके बाद मैंने उनसे रजिस्टर निकालने के लिए कहा ताकि वे मुझे उन बच्चियों की जानकारी दे सकें कि कितने बच्चे या बच्चियां स्कूल नहीं आते हैं।इसके बाद उन्होंने रजिस्टर से जानकारी निकाल कर मुझे दी और फिर मैंने पता और बाकी जरुरी चीजों को नोट कर लिया। 

इसके बाद मैं पंचायत में घूमने निकल गई। मेरे पास लगभग दस बच्चों के कांटेक्ट थे, जो स्कूल नहीं आ रहे थे इसलिए मैंने बारी-बारी से सबके यहां जाकर पूछा और अंततः अधिकांश अभिभावकों से बातचीत हुई और उन्होंने अपने बच्चों को स्कूल भेजने का आश्वासन दिया। इसके बाद मैंने उस दिन करीब चार बच्चियों का नामांकन भी करवाया। 

पहले मुझे थोड़ा डर लग रहा था लेकिन प्रिंसिपल सर के अच्छे व्यवहार और टीम के सहयोग से मैंने अपना काम अच्छे से किया। 

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