पीटीएम द्वारा हमारे एडुलीडर्स बच्चों और अभिभावकों तथा शिक्षकों के बीच की दूरी को कम करने का प्रयास करते हैं साथ ही उन मुद्दों पर भी खुलकर बातचीत करने का वातावरण विकसित करते हैं, जो बच्चों के विकास के लिए आवश्यक है। इस कड़ी में एक अनुभव आपके लिए पेश है, जिसके जरिए आप जानेंगे हमारे एडुलीडर्स की मेहनत के बारे में।
पीटीएम की शुरुआत में मैंने सभी अभिभावकों को धन्यवाद किया कि आप सभी अपना कीमती समय निकाल कर यहां आए। इसके बाद हमलोगों ने मेडिटेशन किया और उसके बाद हमने बच्चों की उपस्थिति पर बातचीत की, तो सभी अभिभावकों ने कहा कि हम अपने बच्चों को रोज स्कूल भेजेंगे और समय से भेजेंगे।
इसके साथ ही अभिभावकों ने कहा, "आप हमारे बच्चों के लिए इतना कुछ करते हैं। छुट्टी के दिन भी इतना मेहनत करते हैं। इतनी दूर से आते हैं, तो हम सब एक कदम तो बड ही सकते हैं ताकि आपकी मेहनत रंग ला सके।"
यह सब बातें सुनकर मुझे बहुत ही खुशी मिली और सबसे अच्छी बात मुझे यह लगी कि सभी अभिभावकों ने यह कहा, "आपके आने से हमारे बच्चों में बदलाव आया है। आप रहते हैं, तभी हमारे बच्चे स्कूल जाना चाहते हैं।"
आज सभी अभिभावकों ने अपनी दिल की बात मुझसे साझा की। साथ ही उन सभी ने मेरे काम की भी तारीफ की। पीटीएम के द्वारा उम्मीद है कि आने वाले समय में हम सबने जिन मुद्दों पर चर्चा की है और जिस विषय पर अपनी समझ बनाई है, उसके बदलाव सामने निकल कर आएंगे।
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