प्रिय दोस्तों,
आज मैं आपके साथ PTM का अनुभव साझा कर रही हूँ। वैसे तो आज हमें क्लस्टर मीटिंग करनी थी परन्तु मुझे मेरी बडी से सूचना मिली कि आज हमें अपने विद्यालय में अभिभावक शिक्षक बैठक (PTM) करवानी है।
जब मैं कक्षा में पहुँची और मैंने अपनी क्लास-टीचर (Class Teacher) को बताया कि आज PTM करवानी है तो उन्होंने बोला कि ऐसे बिना सूचना के हम बच्चो को नहीं छोडेंगें, कि घर जाकर वो अपने अभिभावकों को बुला कर लायें!
कुछ ही देर में मैंने उन्हें PTM के लिए मनाया।
विद्यालय के ही शिक्षक गोपाल सर ने बच्चों के अभिभावकों को घर से बुलाने में सहायता की और मैंने पहली बार PTM का नेतृत्व किया। मैंने Save Water के बारे में अभिभावकों को जागरूक किया।
मेरा इस PTM को करवा कर आत्मविश्वास (confidence) बढ़ा कि अब मैं PTM कराने में सक्षम हो गयी हूँ।
प्रतिमा कुमारी
बैच- 10, बेगूसराय
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