मैं आप सभी के साथ केंदी गाँव के समुदाय भवन में हुई क्लस्टर मीटिंग का अनुभव साझा कर रही हूँ। हमारी मीटिंग में कुल 13 एडू-लीडर्स शामिल हुए और मीटिंग प्रातः 10:30 बजे शुरू हुई।
मीटिंग की शुरुआत माइंडफुलनेस गतिविधि के साथ हुई। पिछले महीने हम सभी ने ऐसा क्या कार्य किया जिसे देखकर हमें ख़ुशी हुई हो? हमने इस प्रश्न का उत्तर दिया। सभी साथियों ने एक-एक करके अपनी बातें रखीं। फिर हमने बढते कदम ग्रुप में अपनी बात साझा की और सभी लोगों ने एक दूसरे को फीडबैक दिया।
सब्जी के नाम सम्बंधित एक गतिविधि की और Voice & Choice for Every Women को ध्यान में रखते हुए एक एक्शन प्लान बनाया। वह यह था कि “वैसी 10 महिलायें/लडकियाँ जिन्होंने अपनी पढाई आठवीं कक्षा के बाद अज्ञात कारणवश छोड़ दी है, उनसे मिलकर, बात-चीत करके उन्हें फिर से पढने के लिए प्रेरित करेंगें”।
फिर हमने डीब्रीफ किया। इसके बाद ज्योति कृष्णमूर्ति ने कहा कि समुदाय में जो अनुसूचित जाति के लोग हैं उनके बच्चे विद्यालय नहीं जाते हैं, तो क्यों ना उनके अभिभावकों से मिलकर बात की जाए?
हम सभी एडू-लीडर्स ने इस बात को सुना और समुदाय में जाकर इस विषय पर बात की। यह कार्य करके हम सभी अपने-अपने घर चले गए।
सत्यम स्वाती
बैच-9, जमुई
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