Tuesday, January 16, 2024

अंत में मुखिया जी से बात हो ही गयी- क्लस्टर मीटिंग

प्रिय दोस्तों,

मैं आप सभी के साथ क्लस्टर मीटिंग (Cluster Meeting) का अनुभव साझा करना चाहती हूँ। इस बात हमारी क्लस्टर मीटिंग कानन के एक विद्यालय में रखी गयी थी। इसमें 14 लोग शामिल हुए थे और सभी समय पर पहुँच गए थे, जिससे हम समय पर मीटिंग शुरू कर पाये।

मीटिंग की शुरुआत मैडिटेशन (meditation) से करके हमने चेक-इन (check-in) गतिविधि से की। आप अभी कैसा महसूस (feel) कर रहें हैं?- पर भी सभी प्रतिभागियों को सुना। आपका पिछला महीना कैसा रहा? कोई एक पल जो आप सभी के साथ साझा करना चाहेंगे- पर भी सभी ने शेयरिंग (sharing) की।

अधिकतर लोगो का पिछला महीना बहुत ही मौज-मस्ती वाला रहा क्योंकि दो-दो त्यौहार जो थे, कुछ साथी अपने परिजनों से मिलने बाहर भी गए थे। कुछ लोगो ने अपनी फीलिंग (feelings) व्यक्त की कि वे खुश (happy) हैं, क्योंकि बहुत दिनों में एक साथ मिलने का मौका मिला है। कुछ लोगों ने बताया कि वे उत्साहित हैं क्योंकि आज उन्हें कुछ नया सीखने को मिलेगा। फिर हम सभी ने बढ़ते कदम ग्रुप में अपनी बात को साझा किया। तीनों समूहों (groups) में क्या अच्छा रहा और क्या अच्छा हो सकता था यह बात हुई। एक मजेदार गतिविधि के साथ ये शेयरिंग (sharing) समाप्त हुई।

इसके बाद हम लोगों ने पिछले लक्ष्य पर बात की। आपको बता दूँ कि हमारा पिछला लक्ष्य था कि “काकन में बंद पडी लाइब्रेरी को लेकर मुखिया जी से बात करना”। दो-तीन बार फ़ोन (phone) पर बात करके उनका समय माँग कर उनके घर मिलने भी गए। परन्तु किसी न किसी काम में फंसे होने के कारण उनसे भेंट और बातचीत नहीं हो पायी थी। इसी सन्दर्भ में जब ग्रामीण लोगों से बात की तो उन्होंने हमें मुखिया जी न मिले तो वार्ड मेम्बर (ward member) से बात करने की सलाह दी। हम, वार्ड मेम्बर के घर गए और उनसे भी मुलाकात नहीं हो पायी। तो पिछले महीने हमारा प्रयास यहीं तक सीमित रहा।

इस कलस्टर मीटिंग को समाप्त करने के साथ हमने सोचा कि क्यों ना आज एक कोशिश और की जाये, मुखिया जी से मिलने की?

हम सभी मुखिया जी के घर की ओर चल दिये। इस बार मुखिया जी मिले भी और उनसे इस मुद्दे पर बात भी हुई। वो लाइब्रेरी खोलने के विचार से बहुत प्रसन्न हुए और उन्होंने बताया कि वो भी इस बारे में सोच ही रहे थे। परन्तु कोई ऐसा जनप्रतिनिधि नहीं दिखाई दे रहा था जिससे वो ये बात कर सकें। उन्होंने हमें आश्वासन दिया कि जहाँ जरुरत होगी हमें बताइयेगा, हम बेझिझक आपकी सहायता करने के लिए तत्पर रहेंगें।

मुखिया जी से बात करके, उनका आश्वासन सुनकर हमें बहुत अच्छा लगा। उनके बारे में जितना सुना था, उससे कहीं अधिक अच्छे और अलग दिखे। हम सभी ने मुखिया जी के प्रति अपना आभार व्यक्त किया और ख़ुशी-ख़ुशी वहाँ से अपने-अपने घर की ओर चल दिए।

खुश होते भी क्यों ना?

इतने दिनों बात मुखिया जी से बात हो पायी और वो भी इतनी सकारात्मक! 

मैं भी बहुत खुश थी। आज का अनुभव बहुत ही अच्छा रहा।

अमीषा कुमारी
बैच-9, जमुई
25 नवम्बर, 2023

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