Thursday, January 18, 2024

जब अभिभावक खुद ही हर महीने PTM रखने की माँग करने लगे

प्रिय साथियों, 

मैं नेहा, आप लोगों के साथ आज की PTM का अनुभव साझा करने जा रही हूँ। आज मैं उच्च विद्यालय सूतिहरा गई थी। वहाँ मेरी दो एडू-लीडर्स है- कविता और पिंकी। आज मैं PTM इन्हीं के सहयोग से करवा पाई हूँ। इस PTM में 50 से ज्यादा अभिभावक आए हुए थे, जिन्हें देखकर मुझे काफी अच्छा लगा। 

फिर मेरा और अभिभावक का परिचय हुआ। उसमें काफी बच्चों के अभिभावक के रूप में दादी और दीदी भी आई हुई थी। इस बैठक में स्कूल के प्रधानाध्यापक भी शामिल थे। विद्यालय के प्रधानाध्यापक ने अभिभावकों को बताया कि “i-सक्षम संस्थान की जो दो एडू-लीडर्स हमारे विद्यालय में कार्य करती हैं, वह किस तरह बच्चों के उज्जवल भविष्य के लिए प्रयासरत हैं”। 

बच्चों को पढाने के लिए वह तरह-तरह के TLM और एक्टिविटीज का प्रयोग करती हैं। उनके द्वारा किये गए प्रयासों को देखकर मुझे भी बहुत खुशी मिलती है। 

उनकी इन सारी बातों को सुनकर मुझे बहुत ही प्रसन्नता हुई। आज विद्यालय के प्रधानाध्यापक कुर्सी पर ना बैठकर, हम सभी के बीच नीचे ही बैठे हुए थे। यह देखकर मुझे बहुत ही खुशी हुई। 

विद्यालय की एडू-लीडर्स मुझसे बोल रही थी कि “सर कभी भी इस तरह नीचे नहीं बैठे थे”। 

जब मैं PTM मीटिंग में उपस्थित सभी अभिभावकों को अपने संस्थान अर्थात i-सक्षम के बारे में बता रही थी कि वह बच्चों और महिलाओं के उत्थान पर कार्य करती है तो सभी अभिभावक मेरी बातों को बड़े ही ध्यान से सुन रहे थे। यह सब देखकर मुझे बहुत ही प्रसन्नता हुई। बाद में मुझे अभिभावकों के द्वारा यह सुनने को मिला कि बच्चे भी अब उनकी बातों को ज्यादा न मानकर विद्यालय की जो दीदी है उनकी बातों पर ज्यादा ध्यान देते हैं। 

मुझे यह भी सुनने को मिला कि विद्यालय में दीदी के आने से उनके बच्चों में काफी परिवर्तन देखने को मिला। विद्यालय में उपस्थित जितने भी अभिभावक थे, वह फिर से प्रत्येक महीने इस तरह की मीटिंग रखने की मांग कर रहे थे। 

अभिभावक के रूप में मौजूद कुछ महिलाएं i-सक्षम संस्थान से जुड़ने की बात भी बोल रही थी। विद्यालय के बच्चो ने भी इस मीटिंग में उपस्थित अभिभावक और प्रधानाध्यापक महोदय के सामने सप्ताह और महीनो के नाम एक एक्टिविटी के माध्यम से बताया जिससे अभिभावक बहुत ही खुश हुए।

नेहा
टीम सदस्य, मुज़फ्फरपुर


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