Thursday, January 18, 2024

Reflection of Book कर्ट वॉनेगट

कर्ट वॉनेगट, अमेरिकी लेखक थे। अपने 50 वर्ष के जीवन में उन्होंने 14 किताबें लिखी। विश्व युद्ध द्वितीय में इन्हें जर्मन सेना द्वारा हिरासत में ले लिया गया था और यातनागृह में डाल दिया गया था। इस अनुभव का इनके जीवन और लेखनी पर गहरा प्रभाव पड़ा। इनकी सबसे महत्वपूर्ण किताब Slaughterhouse Five जो युद्ध के खिलाफ थी, वियतनाम युद्ध के दौरान युद्ध विरोधी आंदोलनकारियों के बीच काफी लोकप्रिय हुई। आज, इनके द्वारा ज़ेवियर हाई स्कूल के विद्यार्थियों को लिखी एक चिट्ठी आपके साथ साझा कर रहा हूँ। 

Make your soul grow- अपनी आत्मा का विकास करें (कर्ट वॉनेगट)

नवंबर 5, 2006 

प्रिय ज़ेवियर हाई स्कूल के विद्यार्थियों और प्रिन्सपल मिस लोककवूड एवं अन्य शिक्षकों।  आपकी चिट्ठियों ने 84 वर्षीय एक बुजुर्ग व्यक्ति मे जोश भर दिया। 

बच्चों, मैं आज आपको जो कहने जा रहा हूँ वो बहुत समय नहीं लेगा। किसी भी तरह के आर्ट का अभ्यास करें चाहे वो नाचना हो या फिर लिखना, या फिर पेंटिंग, या संगीत, या नाटक, मूर्ति बनाना या कुछ और।

फर्क नहीं पड़ता आप इसे कितने अच्छे से कर रहें हैं, महत्वपूर्ण है कि आप इसे बार-बार कर रहे हैं। यह भी ध्यान हो कि आप यह पैसे कमाने के लिए नहीं कर रहे, पर इसलिए क्योंकि आप स्वयं को कुछ नया बनते, अनुभव करना चाहते हैं, आप पहचानना चाहते हैं कि आपके अंदर क्या है? जो छुपा था अब तक!  

इसलिए क्योंकि आप अपनी आत्मा का विकास करना चाहते हैं।

मैं बहुत गंभीर हूँ, जब मैं यह कहता हूँ कि आप आज से ही एक कला का अभ्यास शुरू करें। आप अपनी प्रिन्सपल मिस लोककवूड की तस्वीर बनाने के अभ्यास से शुरू कर सकते हैं। आप इसे बनाएं और उन्हें दें। स्कूल से वापस नाचते हुए जाएँ और नहाते समय जोर-जोर से गायें। आलुओ मे अपनी तस्वीर बनाएं, सोचें कि आप एक बहुत अछे पेंटर है। 

चलिए, आज के लिए आपसे एक होमवर्क साझा करता हूँ, और आशा करता हूँ कि प्रिन्सपल मिस लोककवूड आपको दंड दे अगर आपने यह नहीं किया।

एक 6 लाइन की कविता बनाएं- बस ध्यान रहे इस कविता को rhyme करना चाहिए।

जैसे- एक आलू है बड़ा,

ठेले किनारे यूं तना खड़ा।

शर्त है कि आप इसे जोर-जोर से गायें, किसी को इसे दिखाने की जरूरत नहीं। न तो अपने माता-पिता को न भाई-बहन और न ही किसी साथी को। एक बार जब आप जोर-जोर से इसे गा लें तो जिस कागज पर यह कविता लिखी हो उसे छोटे-छोटे टुकड़ों मे फाड़ हवा मे उड़ा दें। मेरा विश्वास है कि आप स्वयं को कुछ नया बनते अनुभव करेंगे, आप जान सकेंगे कि आपके अंदर क्या क्षमता है और आप अपनी आत्मा का विकास होते देखेंगे।

मेरे एक चाचा थे, जिन्हें लोगों के बारे मे एक बात पसंद न थी। उनका कहना था कि हम शायद ही कभी रुक कर यह ध्यान देते हैं कि इस पल, इस क्षण मे मैं खुश हूँ। इसलिए कभी-कभी जब हम परिवार के साथ बैठ मजे से खा-पी रहे होते थे और एक अच्छा समय बीता रहा होता है, तो वो हमें रोक कर कहते  रुको, और ध्यान दो कि अगर यह अच्छा नहीं है तो फिर क्या है जिसे अच्छा कह सकते हैं?”

और वह यह हमेशा करते थे। मुझे विश्वास है कि आप भी यह करेंगे और जब भी कभी ऐसे मौके आए जब आप खुश है तो आप रुक कर उस पल को जरूर जियेंगे।  

एक बार आप सभी सोचें, आपके पूरे शिक्षण अनुभवों मे चाहे वो विद्यालय रहा हो या कॉलेज या कोई और जगह, जब आपको कोई एक शिक्षक मिले हो, जिन्होंने आपको इस जीवन के लिए गर्व महसूस करने का मौका दिया हो। जिन्होंने आपको अनेकों खुशियों के मौके दिए हों। जिन्होंने आपको अपने ऊपर विश्वास करने का मौका दिया हो। उस शिक्षक का ध्यान करें और उनका नाम जोर से बोलें। अब सोचें  अगर यह अच्छा नहीं है तो फिर क्या है जिसे अच्छा कह सकते हैं?”

श्रवण

टीम सदस्य

No comments:

Post a Comment