नमस्ते साथियों,
मैं आपके साथ आज के सेशन का अनुभव साझा करना चाहती हूँ। आज के सेशन में मैंने बहुत कुछ सीखा और उनमे से कुछ बातें, मैं आपके साथ साझा करना चाहूँगी। मैं कोशिश करूँगीं कि इन बातों को अपने जीवन में अपनाऊं और अपने विद्यालय और क्लासरूम में भी प्रैक्टिस कराऊँ।
आज के सेशन की शुरुआत माइंडफुलनेस से हुई, जो कि मुस्कान दीदी ने कराया। बहुत ही मीठी आवाज़ के साथ, 1 से 4 तक की गिनती के साथ अपनी साँसों को भरना और छोड़ना था। इस गतिविधि को करके हमारा पूरा ध्यान सेशन में केन्द्रित हो गया। उसके बाद हमने नेहा की कहानी को पढ कर Empathy को समझा। आज हमने यह भी सीखा कि हम कैसे बच्चो को उनके स्तर के अनुसार पढ़ा सकते हैं?
हमने आज फिर से समूह में काम किया और इस बात पर समझ बनायी कि हम कक्षा में Voice & Choice का उपयोग करें। शिक्षक और बच्चो को किस तरह साथ लेकर काम करें?
आज का मेरा अनुभव लंच के बाद की गतिविधि को लेकर थोडा कम अच्छा रहा। हालाँकि गतिविधि काफी मजेदार थी लेकिन गतिविधि करते समय हुए शोर के कारण हमारे ऑफिस के पडोसी को थोड़ी परेशानी हुई।
मैं, स्वयं से और अपने साथियों से आशा करती हूँ कि अगले सेशन में हम ऐसा नहीं करेंगे।
रश्मि
बैच- 10 (B), मुँगेर
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